वो मेरा हमसफ़र हुआ भी तो लम्हा भर
साथ उस ने दिया भी तो लम्हा भर
साथ उस ने दिया भी तो लम्हा भर
उम्र कट गई तारीखों में मेरी
चाँद मुझ को मिला भी तो लम्हा भर
चाँद मुझ को मिला भी तो लम्हा भर
मेँने कब मांगी थी वफ़ाएं उस की
उस ने की वफ़ा भी तो बस लम्हा भर
उस ने की वफ़ा भी तो बस लम्हा भर
जिस पे ईमान था मुझ को ग़ज़ब का
वो साथ चला भी तो बस लम्हा भर
वो साथ चला भी तो बस लम्हा भर
जिस की आरज़ू थी मुद्दत से दिल में
नयाब वो शख्स रहा भी तो लम्हा भर
नयाब वो शख्स रहा भी तो लम्हा भर
No comments:
Post a Comment